ओपेक-रूस की बैठक से पहले कच्चे तेल में तेजी, क्या बनेगी प्रोडक्शन कट पर सहमति?

नई दिल्ली। तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक और ओपेक के बाहर तेल के प्रमुख उत्पादक, उत्पादन कटौती को लेकर होने वाली बैठक से पहले इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड भाव लगातार दूसरे दिन उबाल देखने को मिल रहा है। विदेशी बाजारों में तेजी की वजह से घरेलू बाजार में भी क्रूड ऑयल की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। जानकारों की मानें तो इस बैठक में क्रूड ऑयल प्रोडक्शन में कटौती पर दोनों ओर से सहमति बन सकती है। जिसके बाद क्रूड ऑयल के भाव में और तेजी देखने को मिलेगी। आपको बता दें कि ओपेक और रूस के बीच चल रहे प्राइस वॉर को देखते हुए अमरीकी राष्ट्रपति को बीच में उतरकर दोनों पक्षों में आपस में बैठकर बात करने की सलाह दी थी। दोनों देशों को प्रोडक्शन कट में 10 मिलियन बैरल प्रति दिन के हिसाब से कटौती करने की सलाह भी ट्रंप ने दी थी।

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घरेलू बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कटौती
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज गुरूवार को कच्चे तेल का अप्रैल अनुबंध पिछले सत्र से 106 रुपए यानी 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 2020 रुपए प्रति बैरल पर बना हुआ है। इससे पहले सुबह नौ बजे कच्चे तेल का अनुबंध एमसीएक्स पर 1969 रुपए पर खुला और 2007 रुपए प्रति बैरल तक उछला था। आपको बता दें कि यह लगातार दूसरा दिन है जब क्रूड ऑयल कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। बुधवार को भी क्रूड ऑयल के भाव में करीब 5 फीसदी से ज्यादा की तेजी के कारोबार कर रहे थे।

इंटरनेशनल मार्केट में भी तेजी
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (अईसीई) पर जून डिलीवरी ब्रेंट क्रूड का अनुबंध पिछले सत्र से 0.64 फीसदी की बढ़त के साथ 33.05 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि इससे पहले ब्रेंट का भाव 33.89 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। पिछले सत्र में आईसीई पर ब्रेंट क्रूड में तीन फीसदी की तेजी आई। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास के मई डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र से 2.75 फीसदी की तेजी के साथ 25.78 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

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प्रोडक्शन कट को लेकर हो सकता है करार
कोरोनावायरस के प्रकोप से दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होने से कच्चे तेल की खपत में भारी गिरावट आ गई है जिसके कारण इसके दाम पर लगातार दबाव देखा जा रहा है। इस दबाव को कम करने और उत्पादन में कटौती कर बाजार में संतुलन बनाने के मकसद से ओपेक और रूस के बीच गुरूवार को एक बैठक हो रही है जिसमें उत्पादन कटौती को लेकर करार हो सकता है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने ओपेक का प्रमुख उत्पादक सउदी अरब और रूस को इस बात के लिया मनाया है और संभव है कि दोनों देश रोजाना 100-150 लाख बैरल उत्पादन कम करने को राजी हो।



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