अगर अब तक नहीं लिए हैं इंश्योरेंस तो अब ले लीजिए हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस कवर, मुश्किल समय में इंश्योरेंस हो जाता है महत्वपूर्ण

जीवन बीमा (लाइफ इंश्योरेंस) और स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) दोनों भारत में हाल के समय में लोकप्रिय हुए हैं। फिर भी कई लोग आमतौर पर बीमा के महत्व को तब तक नहीं समझते जब तक कि उनके जीवन में कोई एक महत्वपूर्ण घटना नहीं घटती है। वर्तमान समय में, जब घर से बाहर निकलना और लोगों से मिलना-जुलना भी काफी जोखिम भरा है। ऐसे में हमें जरूरत पड़ जाती है कि हम किसी जीवन बीमा या हेल्थ कवर से सुरक्षित हों।

किसी भी अनहोनी से बचने के लिए पहले से सावधानी बरतें

केनरा एचएसबीसी ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स लाइफ इंश्योरेंस के अप्वाइंटेड एक्चुयरी अक्षय ढांड कहते हैं, मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह बेहद जरूरी है कि हम किसी अनहोनी के लिए सावधानी से योजना बनाएं। जिससे हम और हमारे परिवार पर किसी दुर्घटना के बाद कोई फाइनेंशियल दबाव न पड़ सके। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हम जीवन में घटित होने वाली किसी होनी अनहोनी को टाल तो नहीं सकते, परंतु जीवन बीमा या स्वास्थ्य बीमा लेकर भविष्य में होने वाली किसी भी आर्थिक दिक्कत को जरूर हल कर सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में आपकी बीमा कंपनी ही आपकी सारी आवश्यकताओं को पूरा करेगी।

अभी भी यह टॉप प्रायोरिटी में नहीं है

विशेषज्ञों का कहना है कि बीमा अक्सर व्यक्तियों की फाइनेंशियल प्लानिंग की प्रक्रिया में सबसे कम समझे जाने वाले संसाधनों में से एक रहा है। हालांकि बीमा के महत्व के बारे में हाल के सालों में निश्चित ही जागरूकता बढ़ी है। पर अभी भी बात जब भी पर्सनल फाइनेंस की आती है तो लोग इसे टॉप प्रायोरिटी नहीं समझते।

हेल्थ इंश्योरेंस

अब जबकि एक भयानक बीमारी ने दस्तक दे दी है, लोग बाग एक हेल्थ कवर के बारे में सोचने लगे हैं। ऐसा इसलिए कि कभी भी इसकी जरूरत पड़ सकती है। यह मेडिकल खर्चों में कमी ला सकता है। कोविड -19 जैसी बीमारी जिसने हर उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रखा है, विशेषज्ञों का कहना है कि अब हेल्थ इंश्योरेंस सबके लिए टॉप प्रायोरिटी होनी चाहिये। कोई भी फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय हेल्थ इंश्योरेंस केंद्र बिंदु में होना चाहिए। अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप बीमा खरीदने वाला व्यक्ति चाहे तो कोई व्यक्तिगत पॉलिसी खरीद सकता है या फिर पूरी फैमिली को कवर करने वाली पॉलिसी।

कम से कम 5 लाख रुपए का बीमा चुनें

बीमा पॉलिसी बीमित व्यक्ति को भारी चिकित्सा खर्चों से बचाता है। इसके द्वारा पॉलिसी में बताए गए मेडिकल और अस्पताल में भर्ती होने वाले खर्चों का ध्यान रखा जाता है। कम से कम 5 लाख रुपये की बीमित राशि के साथ एक स्वास्थ्य बीमा योजना का विकल्प चुनें, और पालिसी की तुलना करें। वही विकल्प चुनें जो आपको सबसे अच्छा सूट करता है।

क्रिटिकल इलनेस कवर

आमतौर पर स्वास्थ्य बीमा गंभीर बीमारी या जीवन के लिए खतरा बने रोगों के लिए कवर नहीं देता है। यही वह जगह है जहां क्रिटिकल इलनेस प्लान ट्यूमर, कैंसर और हृदय विकारों जैसी बीमारियों के मामले में पॉलिसीधारकों की मदद करते हैं। इन बीमारियों का उपचार काफी महंगा होता है और आम तौर पर, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी इन परिस्थितियों में भुगतान नहीं करते हैं। हालांकि, क्रिटिकल इलनेस प्लान में उपचार के लिए पॉलिसीधारक को एकमुश्त राशि का भुगतान किया जाता है। क्रिटिकल इलनेस कवर का बीमा या सम एंश्योर्ड नियमित स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का 4 से 5 गुना होना चाहिए।

टर्म लाइफ इंश्योरेंस भी है सही

पॉलिसीधारक की अचानक मौत होने की स्थिति में एक टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान पॉलिसीधारक के परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। ये योजनाएं किफायती हैं। यदि पॉलिसीधारक को पॉलिसी अवधि में कुछ नहीं होता है तो यह पॉलिसी भुगतान नहीं करती है। अगर किसी व्यक्ति ने ज्यादा उम्र में पॉलिसी ली है तो इस पॉलिसी के लिए प्रीमियम ज्यादा होगा। जब भी पॉलिसी खरीदी जाती है, योजना की शुरुआत में प्रीमियम किस्त पॉलिसी अवधि के दौरान एक ही रहता है। जिसकी वजह से अगर कोई कम उम्र में पॉलिसी खरीदता है तो प्रीमियम आउटगो कम ही होगा।



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अब जबकि दुनिया में नए किस्म का इंश्योरेंस हो रहा है, ऐसे में भारत में अभी जरूरी इंश्योरेंस भी लोगों तक नहीं पहुंच पाया है।


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