ग्रोफर्स में बड़ी हिस्सेदारी खरीद सकता है पेटीएम मॉल, दोनों कंपनियों के विलय की भी संभावना, सॉफ्टबैंक के नेतृत्व में चल रही बातचीत

ऑनलाइन रिटेलर पेटीएम मॉल ई-ग्रोसर कंपनी ग्रोफर्स में बड़ी हिस्सेदारी खरीद सकता है। इसके अलावा दोनों कंपनियों का विलय भी हो सकता है। इसका कारण यह है कि जापान का निवेश समूह सॉफ्ट बैंक दोनों कंपनियों में बड़ा निवेशक है। सॉफ्टबैंक ही दोनों कंपनियों के बीच निवेश या विलय को लेकर बातचीत करा रहा है। इस मामले से वाकिफ कई सूत्रों के हवाले से ईटी की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

सॉफ्ट बैंक के पास ताजा कैपिटल नहीं

इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के मुताबिक, सॉफ्टबैंक के पास इस समय ताजा कैपिटल नहीं है। ऐसे में वह पेटीएम मॉल और ग्रोफर्स के एकीकरण, निवेश या विलय का दबाव दे रहा है। दोनों कंपनियां इसमें से कोई भी एक काम करेंगी। पेटीएम मॉल के पास 170 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 हजार करोड़ रुपए की नकदी है और वह ग्रोसरी बाजार में कदम रखने के लिए तैयार है। कोरोना संक्रमण के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में ग्रोसरी एक बेहतर अवसर के तौर पर उभरा है। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के मुताबिक, दोनों कंपनियों को एक साथ लाने से सॉफ्टबैंक को फायदा होगा। इससे कारोबार संचालन के लिए ग्रोफर्स की पहुंच पेटीएम मॉल की नकदी तक हो जाएगी

सौदे की शर्तों पर हो सकती है असहमति

एक सूत्र ने बताया कि सॉफ्टबैंक चाहता है कि ग्रोफर्स पेटीएम मॉल की नकदी का इस्तेमाल करे और इसे वापस पेटीएम को दे। हालांकि, सूत्र का कहना है कि इस सौदे की शर्तों को लेकर दोनों कंपनी असहमति जता सकती हैं। ग्रोफर्स में सॉफ्टबैंक विजन फंड (एसवीएफ) का निवेश है। वहीं सॉफ्टबैंक ग्रुप (एसबीजी) का पेटीएम मॉल में निवेश है। एसबीजी की पेटीएम में करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि चीन की एक और निवेश कंपनी अलीबाबा की सैफ पार्टनर्स के साथ मिलकर पेटीएम मॉल में करीब 35 फीसदी हिस्सेदारी है। ई-बे और पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा पेटीएम मॉल के अन्य शेयरहोल्डर हैं। एसवीएफ की ग्रोफर्स में 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है और वह सबसे बड़ा शेयरहोल्डर है।

मिल्क बास्केट में निवेश पर चर्चा कर रहा है पेटीएम मॉल

एक सूत्र के मुताबिक पेटीएम मॉल ऑनलाइन ग्रोसरी सेगमेंट में विभिन्न विकल्पों को तलाश रहा है। इसके लिए पेटीएम मॉल दूध डिलिवरी स्टार्टअप मिल्क बास्केट में निवेश या अधिग्रहण को लेकर बातचीत कर रहा है। मिल्क बास्केट में कालारी कैपिटल, मेफील्ड बेनेक्स्ट और यूनीलिवर वेंचर्स का निवेश है। हालांकि, पेटीएम मॉल और ग्रोफर्स के विलय की बातचीत को लेकर सॉफ्टबैंक ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। ग्रोफर्स मिल्क बास्केट ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।



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पेटीएम मॉल के पास 170 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 हजार करोड़ रुपए की नकदी है और वह ग्रोसरी बाजार में कदम रखने के लिए तैयार है।


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