क्या आपने पैनिक की वजह से क्रेडिट रिस्क से पैसा निकाल लिया? एक महीने में इस फंड ने दिया 12 प्रतिशत का रिटर्न

सितंबर 2018 के बाद म्यूचुअल फंड में क्रेडिट रिस्क कैटेगरी ने निवेशकों को एक महीने में 12 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह तब हुआ है, जब क्रेडिट रिस्क कैटेगरी कई तरह के निगेटिव कारणों से खबरों में रही है। पैनिक के चलते निवेशकों ने इसमें से अपने पैसे निकाल लिए। हालांकि सितंबर 2018 के बाद से क्रेडिट कैटेगरी का असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) मार्च 2020 के अंत तक लगभग 85,000 करोड़ से गिरकर 54,000 करोड़ रुपए हो गया है।

कुछ फंड हाउस की एनएवी एक दिन में 50 प्रतिशत गिरी

इस दौरान, कुछ फंड ने एक दिन में अपनी एनएवी में 50 प्रतिशत तक की गिरावट देखी है। इस उथल-पुथल के बीच भी कुछ फंड हाउस ऐसे थे जो निगेटिव माहौल से काफी हद तक बचे रहे हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और आईडीएफसी म्यूचुअल फंड पर इन निगेटिव घटनाओं का कोई असर नहीं देखा गया। आंकड़े बताते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का असेट्स बेस सितंबर 2018 में 11,452 करोड़ रुपए से बढ़कर मार्च 2020 में 11,993 करोड़ रुपए हो गया।

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का एयूएम इसलिए बढ़ा क्योंकि कंपनी के पोर्टफोलियो में ऐसा कोई एक्सपोज़र नहीं था, जो डिफ़ॉल्ट या डाउनग्रेड का सामना कर रहा था। सितंबर 2018 में 1,291 करोड़ रुपए से बढ़कर यह मार्च 2020 में 1,515 करोड़ रुपए हो गया। इन फंड हाउस ने अपने अधिकांश क्रेडिट असेट्स को बनाए रखने में कामयाबी पाई है। फ्रैंकलिन टेंपलटन द्वारा अचानक अपने 6 डेट फंड्स को अचानक बंद करने के फैसले के बाद फिक्स्ड इनकम मार्केट में निगेटिव माहौल बन गया।

दो महीने में इसके एयूएम में 50 प्रतिशत की गिरावट आई

फ्रैंकलिन की वजह से निवेशकोंको 50 प्रतिशत तक घाटा हुआ। 31 मई 2020 तक इस श्रेणी के असेट्स में लगभग आधे की गिरावट आई। यह मार्च में 54,000 करोड़ से घटकर 26,000 करोड़ रुपए हो गया। जिन निवेशकों ने अपने पैसे इन स्कीम्स से निकाल लिया उन्हें फायदा गंवाना पड़ा। कुछ फिक्स्ड इनकम विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ फंड ने इस दौरान 11.50 से 14.50 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया। ऐसे में बाजार में पैनिक ने निवेशकों को इस लाभ से दूर कर दिया।

इन फंड्स ने दिए 8 से 9.31 प्रतिशत तक का रिटर्न

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल क्रेडिट रिस्क फंड, एचडीएफसी क्रेडिट रिस्क फंड, एसबीआई क्रेडिट रिस्क फंड, एक्सिस क्रेडिट रिस्क फंड और आईडीएफसी क्रेडिट रिस्क फंड जैसे फंड्स ने पिछले एक साल में लगभग 8 से 9.31 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। क्रिसिल ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल क्रेडिट रिस्क फंड के रैंक को सीपीआर 1 में अपग्रेड किया है। यह मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में सबसे अधिक है।

इन फंड्स ने इस दौरान दिया घाटा

दूसरी ओर, यूटीआई क्रेडिट रिस्क फंड और निप्पॉन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड ने 27 और 10 प्रतिशत का घाटा दिया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के सीनियर फंड मैनेजर (फिक्स्ड इनकम) मनीष बांथिया का कहना है कि क्रेडिट रिस्क स्कीम इस समय के माहौल में निवेश का आकर्षक अवसर प्रदान करती है। फ्रैंकलिन टेंपलटन क्रेडिट रिस्क फंड, यूटीआई क्रेडिट रिस्क फंड, निप्पॉन क्रेडिट रिस्क फंड और आदित्य बिड़ला क्रेडिट रिस्क फंड जैसे कुछ फंड ने बहुत ज्यादा जोखिम लिया। इसका असर यह हुआ कि निवेशकों को घाटा उठाना पड़ा।

सुरक्षा, लिक्विडिटी और रिटर्न पर होता है फोकस

ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक और सीईओ पंकज मठपाल ने कहा कि आईसीआईसीआई प्रू की क्रेडिट रिस्क फंड सुरक्षा और पॉलिसी को प्राथमिकता देती है। इसके बाद लिक्विडिटी और रिटर्न पर फोकस होता है। इसके पोर्टफोलियो में 55 सिक्योरिटीज शामिल हैं। पोर्टफोलियो में कम सिक्योरिटीज से विविधीकरण पर फोकस रहता है।



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