20 साल पहले दोस्त के साथ स्पोर्ट टिकट बेचने वाली कंपनी खोली, 2004 में निकाल दिए गए; बदला लेने 15 साल बाद उसी कंपनी को 30 हजार करोड़ में खरीदा पर कोरोना के कारण दिवालिया होने की नौबत

अक्सर आदमी दिल की तसल्ली या पुराना हिसाब-किताब चुकता करने के लिए बदला लेता है। लेकिन ये जरुरी नहीं कि बदला लेने के बाद उसका परिणाम दिल को सुकून ही दे। अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन एरिक बेकर की तरह बदला लेने के बाद आदमी बर्बाद भी हो जाता है। पिछले साल 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का रेवेन्यू देने वाली कंपनी के मालिक बेकर इस समय दिवालिया होने की कगार पर खड़े हैं। और इस फिल्मीनुमा कहानी के पीछे है उनका बदला।

एरिक बेकर की कहानी
अमेरिका के एरिक बेकर- हार्वर्ड और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़े हुए हैं। नाना का रियल एस्टेट का बिजनेस, दादा की बेकर इंडस्ट्री, एक सिक्युरिटी कंपनी जो बख्तरबंद कारों का संचालन करती है। परिवार की तरह बेकर ने भी पढ़ाई के बाद बिजनेस में कदम रखा।

बेकर ने दोस्त जेफ फ्लुहर के साथ अमेरिका में टिकट एक्सचेंज और टिकट री-सेल की कंपनी स्टबहब खोली। यह कंपनी स्पोर्ट्स, म्यूजिक, थिएटर और अन्य लाइव इवेंट के टिकट खरीदने और बेचने की सर्विस देती थी। कंपनी ने 2001 में बेसबॉल टीम सीएटल मैरीनेर्स के साथ करार किया। कंपनी चल निकली लेकिन 2004 में बेकर को कंपनी से निकाल दिया गया।

निकाले जाने के 2 साल बाद बेकर ने लंदन में वियागोगो नाम से टिकट एक्सचेंज और री-सेल की ही कंपनी फिर खोली। कंपनी का इंग्लिश क्लब चेल्सी और मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ करार हुआ। 2013 में वियागोगो ने ऑस्ट्रेलिया में कारोबार शुरू किया। वहां की एएफएल क्लब कॉलिगवुड एफसी और रिचमंड एफसी के साथ कंपनी का करार हुआ।

दूसरी तरफ, 2007 में स्टबहब का ऑनलाइन ऑक्शन सर्विस ईबे ने अधिग्रहण कर लिया। अब अरबपति बिजनेसमैन बन चुके बेकर के मन में पुरानी कंपनी से निकाले जाने का टीस और अपनी पहली कंपनी से लगाव खत्म नहीं हुआ था।

2019 के अंत में एरिक बेकर की वियागोगो ने स्टबहब को 4.05 बिलियन डॉलर (करीब 30 हजार करोड़ रुपए) में खरीद लिया। इस साल फरवरी में उनकी तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा कर की गई। और फिर मार्च में पूरी दुनिया में कोरोना फैल चुका था। दुनियाभर के ज्यादातर स्पोर्ट इवेंट कैंसिल हो चुके हैं। पिछले साल 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का रेवेन्यू लाने वाली कंपनी का रेवेन्यू अब 90% घट गया है। कंपनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी है।

स्टबहब और वियागोगो के रेवेन्यू में 90% तक की कमी आई। स्टबहब ने मार्च के अंत में अमेरिका ऑफिस के दो तिहाई स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया है।

दो तिहाई स्टाफ को छुट्टी पर भेजना पड़ा
डील फाइनल होने के कुछ हफ्तों बाद ही कोरोना की वजह से इवेंट स्थगित होने लगे। वियागोगो का करार टोक्यो ओलिंपिक, यूरो कप, मेजर लीग सॉकर, टी20 वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स, विंबलडन, यूएस ओपन और डब्ल्यूडब्ल्यूई समेत कई बड़े इवेंट से था। इवेंट का आयोजन होना शुरू तो हुआ, लेकिन बिना फैंस के। यह टिकट बेचने वाली कंपनियों के लिए बहुत बड़ा झटका था।

स्टबहब और वियागोगो के रेवेन्यू में 90% तक की कमी आई। स्टबहब ने मार्च के अंत में अमेरिका ऑफिस के दो तिहाई स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया है। इसी बीच, रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कंपनी को स्टेबल से निगेटिव में डाउनग्रेड कर दिया। टिकटों के बाजार पर नजर रखने वाले सलाहकार एरिक फुलर ने कहा, "उद्योग बंद होने से चार हफ्ते पहले 4 बिलियन डॉलर खर्च करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। मेरे हिसाब से स्टबहब जल्द ही दिवालियापन के लिए फाइल कर सकता है।"

स्टबहब ने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। लेकिन उसके प्रवक्ता ने अप्रैल में स्पोर्ट्स बिजनेस जरनल को बताया था कि हम दिवालिया नहीं हो रहे। हालांकि, ब्रिटेन की सरकार ने अप्रैल में अधिग्रहण में अविश्वास की जांच करने का फैसला किया। जून तक वियागोगो और स्टबहब को अलग-अलग काम करने को कहा गया है।



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एरिक बेकर ने दोस्त जेफ फ्लुहर के साथ अमेरिका में टिकट एक्सचेंज और टिकट री-सेल की कंपनी स्टबहब खोली थी


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