मंडी में सस्ती होने के बावजूद ग्राहकों को तीन गुना भाव पर मिल रही है सब्जी, 25 रुपए का टमाटर 60-80 रुपए में
पहले लॉकडाउन फिर बारिश और बाढ़ के चलते देशभर में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। देशभर की सब्जी मार्केट में इस समय सब्जियों की कीमतें तीन गुनी ज्यादा महंगी मिल रही हैं। सब्जियां महंगी होने की वजह से लोगों की रसोई का जायका बिगड़ गया है। हालांकि, मंडी की बात की जाए तो यहां सब्जी की कीमतों में इजाफा नहीं देखा गया है।
बारिश के बावजूद सप्लाई में कमी नहीं
दिल्ली के आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद खान ने मनी भास्कर से बातचीत में बताया कि मानसून के समय हर साल सब्जियों की कीमतों में इजाफा होता है। क्योंकि यह कृषि के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण समय माना जाता है। इस समय पुरानी फसलों की कटाई के बाद नई फसलें तैयार होती हैं। ऐसे में 20-25 दिन थोड़ा संकट वाला होता है। बारिश के बावजूद सब्जियों की सप्लाई में कहीं कोई कमी नहीं है। कीमतें पहले की तरह ही हैं। हालांकि, लॉकडाउन से पहले की कीमतों की बात करें तो एकाध सब्जियों की कीमतों में 10 से 12 रुपए का फर्क आया है।
मंडी से दुकान में आते-आते महंगी हो जाती है सब्जी
आदिल अहमद बताते हैं कि मंडी में सब्जी सस्ती होने के बावजूद खुदरा व्यापारियों को महंगी रेट पर बेचनी पड़ती है। इसके पीछे कई वजह है। पहला तो इस समय उन्हें मंडी तक आने-जाने में कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। उसके बाद सफाई का खास ख्याल रखा जाता है। घर में होने की वजह से सब्जियों की डिमांड बढ़ी है।
तीन गुना महंगी कीमतों पर मिल रही है सब्जी
कोलकाता के कोले सब्जी मार्केट के व्यापारी रविंद्र नाथ कोले ने बताया कि इस समय रिटेल में सब्जी की कीमत आसमान छू रही है। बारिश और कई जिलों में बाढ़ जैसी समस्या होने की वजह से हरी सब्जियों के दाम में इजाफा हुआ है। हालांकि सप्लाई में कहीं कोई दिक्कत नहीं है। टमाटर का उत्पादन सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और बिहार जैसे राज्यों में होता है। यहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं। उपर से भारी बारिश के चलते भी कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, 25 से 30 दिनों में कीमत पहले की तरह सामान्य हो जाएगी।
मध्यम वर्ग की थाली में टमाटर की जगह प्याज ने ले ली
इस समय मध्यम वर्ग की थाली में टमाटर की जगह आलू और प्याज ने अपनी जगह बनाई है। इस समय जहां टमाटर 60 से 80 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है वहीं प्याज 25 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। आलू की कीमतों की बात करें तो मार्केट में इस समय आलू के भाव 30 रुपए के आसपास है। वहीं, बैंगन की कीमतों में इजाफा हुआ है। बैंगन इस समय 80 रुपए तक पहुंच गया है। फरवरी-मार्च में इसका भाव 25 से 30 रुपए प्रति किलो था। वहीं हरी मिर्च की कीमतों में भी वृद्धि हुई है। लौकी 40 रुपए किलो के हिसाब से मिल रही है।
लॉकडाउन के बाद सब्जियों की कीमतें तीन गुना बढ़ीं -
| सब्जी | अभी के दाम | लॉकडाउन से पहले के दाम (रुपए में) |
| टमाटर | 60-80 | 20-25 |
| आलू | 28-35 | 10-15 |
| प्याज | 25-30 | 20-25 |
| हरी मिर्च | 80 | 60 |
| बैंगन | 50-60 | 25-30 |
| लौकी | 40 | 20 |
जानिए, दिल्ली के आजादपुर मंडी के भाव-
| सब्जी | अभी के दाम |
| टमाटर | 25 रुपए |
| आलू | 17 रुपए |
| प्याज | 10 रुपए |
| हरी मिर्च | 30 रुपए |
| बैंगन- | 16 रुपए |
| लौकी | 12 रुपए |
| कद्दू | 8 रुपए |
| खीरा | 13 रुपए |
नोट- ये कीमतें थोक भाव की हैं।
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