टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार के लिए तीन कंपनियों ने लगाई बोली, खरीदार की घोषणा इसी सप्ताह संभव

चीनी कंपनी बायडांस के शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार की बिक्री में एक मोड़ आ गया है। माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प और ओरेकल कॉर्प की ओर से बोली जमा करने के दो दिन बाद अंतिम समय में तीसरी बोली जमा होने से रोमांच पैदा हो गया है। टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को खरीदने के लिए बोली जमा करने का अंतिम दिन शुक्रवार था।

दो कंपनियों ने मिलकर लगाई बोली

अमेरिकी कंपनी सेंट्रिक्स असेट मैनेजमेंट लिमिटेड और ट्रिलर इंक ने टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को खरीदने के लिए संयुक्त रूप से बोली लगाई है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों ने टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार लिए 20 बिलियन डॉलर की बोली लगाई है। दोनों कंपनियों ने टिकटॉक का अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और भारत का कारोबार खरीदने के लिए बायडांस के पास अपनी बोली जमा की है। इसमें 10 बिलियन डॉलर की राशि कैश दी जाएगी और 10 बिलियन डॉलर का भुगतान प्रॉफिट शेयरिंग के आधार पर होगा।

इस सप्ताह के अंत तक हो सकता है खरीदार का ऐलान

सेंट्रिक्स के प्रवक्ता ने टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार खरीदने के लिए बोली जमा करने की पुष्टि की है। हालांकि, टिकटॉक के प्रवक्ता ने इस संभावित सौदे को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। बायडांस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार के संभावित खरीदार का ऐलान इस सप्ताह के अंत तक हो सकता है।

माइक्रोसॉफ्ट को मिला वॉलमार्ट का साथ

अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट और ओरेकल ने पिछले सप्ताह की शुरुआत में टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार खरीदने के लिए बोली जमा की थी। माइक्रोसॉफ्ट ने दिग्गज रिटेल वॉलमार्ट के साथ मिलकर बोली लगाई है। अब माइक्रोसॉफ्ट-ओरेकल को अंतिम बातचीत के लिए बायडांस के जवाब का इंतजार है। इसके बाद इस सौदे को व्हाइट हाउस से मंजूरी लेनी होगी। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र के मुताबिक, बायडांस अंतिम फैसले से पहले दोनों कंपनियों से पुनर्विचार के लिए कह सकती है।

माइक्रोसॉफ्ट को फंड उपलब्ध कराएगी वॉलमार्ट

यदि टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार खरीदने में माइक्रोसॉफ्ट सफल रहती है तो वॉलमार्ट उसे फंड मुहैया कराएगी। इसके बदले में वॉलमार्ट को टिकटॉक में हिस्सेदारी दी जाएगी। इससे पहले वॉलमार्ट ने अल्फाबेट इंक (गूगल) और सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर टिकटॉक के लिए बोली लगाने की योजना बनाई थी। लेकिन अल्फाबेट और सॉफ्टबैंक ग्रुप की ओर से बोली लगाने से इनकार करने के बाद वॉलमार्ट ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ जाने का फैसला किया।

टिकटॉक को खरीदने की रेस में माइक्रोसॉफ्ट सबसे आगे

अमेरिका की ओर से बैन का एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी करने के बाद बायडांस पर टिकटॉक का कारोबार बेचने के दबाव बढ़ गया है। अब टिकटॉक खरीदने के लिए तीन कंपनियों ने बोली जमा की है। हालांकि, 1.5 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप वाली माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक को खरीदने की रेस में सबसे आगे दिख रही है। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के व्हाइट हाउस में अच्छे संबंध हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी माइक्रोसॉफ्ट के ऑफर का समर्थन कर चुके हैं।

15 सितंबर से पहले होना है सौदा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर्स के डाटा की गोपनीयता को लेकर टिकटॉक पर बैन लगाने के लिए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी कर दिया है। यह ऑर्डर 15 सितंबर से प्रभावी होगा। हालांकि, ट्रम्प ने टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बायडांस को इसका अमेरिकी कारोबार बेचने के लिए 90 दिन की मोहलत दी है। ट्रम्प चाहते हैं कि टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को कोई अमेरिकी कंपनी ही खरीदे।



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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर्स के डाटा की गोपनीयता को लेकर टिकटॉक पर बैन लगाने के लिए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी कर दिया है।


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