किराने की दुकान की नौकरी छोड़ 5 साल पहले घर से फुटवियर का ऑनलाइन बिजनेस शुरू किया, सलाना 30 करोड़ है टर्नओवर

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने आम आदमी की खरीदारी को बेहद आसान बना दिया है। इस कारण देश में ई-कॉमर्स का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। इससे ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ उनसे जुड़े सेलर्स को भी फायदा हो रहा है। आज हम आपको उत्तर प्रदेश के आगरा के सेलर हरीश धर्मदासानी के बारे में बताने जा रहे हैं जो कई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़कर ऑनलाइन कारोबार कर रहे हैं। आज इनका सालाना टर्नओवर 30 करोड़ रुपए से ज्यादा है।

पिता की मौत के बाद होलसेल की दुकान पर शुरू की नौकरी

हरीश ने भास्कर से बातचीत में बताया कि उनका परिवार राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में फुटवियर का छोटा सा कारोबार करता था। जब हरीश करीब 18 वर्ष के थे तब उनके पिता की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद वे अपने पारिवारिक कारोबार को जारी रखना चाहते थे। लेकिन उनका फुटवियर स्टोर सही से नहीं चल पा रहा था। इस कारण उन्होंने ऑफलाइन स्टोर बंद कर दिया। 2008 में हरीश ने परिवार के पालन-पोषण के लिए आगरा की एक होलसेल दुकान पर नौकरी शुरू कर दी। शुरुआत में हरीश को 6 हजार रुपए मिलते थे। कई वर्षों तक नौकरी के बाद हरीश की सैलरी 30 हजार रुपए हो गई।

हरीश की टीम में 25 लोग हैं, जो उनके साथ काम करते हैं।

नौकरी के दौरान ऑनलाइन सेलर से मुलाकात ने बदली जिंदगी

हरीश ने बताया कि वे नौकरी से संतुष्ट नहीं थे। नौकरी के दौरान हरीश की मुलाकात कई ऐसे लोगों से हुई जो ऑनलाइन कारोबार करते थे। इसी मुलाकात से हरीश को भी ऑनलाइन कारोबार करने का आइडिया मिला। इसके बाद हरीश ने फुटवियर बनाने वालों के साथ मिलकर बिना कोई निवेश किए घर से मेन्स फुटवियर की बिक्री का ऑनलाइन कारोबार शुरू कर दिया। इसके लिए उन्होंने घर में ही छोटा सा सेटअप तैयार किया। हरीश कई ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से जुड़े। शुरुआत में ऑर्डर की संख्या काफी कम थी। अगस्त 2015 में वे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट से जुड़े और इनके कारोबार को गति मिल गई। 30 वर्ष के हरीश 4-5 साल में ही एक सफल ऑनलाइन कारोबारी बन गए हैं। वह इस समय मुनाफे वाला कारोबार कर रहे हैं।

2 से 3 करोड़ रुपए का मासिक रेवेन्यू

हरीश बताते हैं कि शुरुआत में उन्हें ऑर्डर को लेकर काफी समस्या हुई। जब हरीश ने कारोबार शुरू किया था, तब उनके पास रोजाना दो से तीन ऑर्डर ही मिल पाते थे। ऑर्डर की कम संख्या को देखकर हरीश ने कई बार कारोबार बदलने के बारे में भी सोचा। इस दौरान परिवार खासतौर पर पत्नी ने साहस दिया। इसी का नतीजा है कि आज हरीश को रोजाना करीब 5 हजार ऑर्डर मिल रहे हैं। इस समय हरीश का मासिक रेवेन्यू 2 से 3 करोड़ रुपए के बीच है। जबकि सालाना रेवेन्यू 30 करोड़ रुपए से ज्यादा है। उनके पास 25 लोगों की टीम है। हरीश के ब्रांड का नाम लायसा है।

आज हरीश को रोजाना करीब 5 हजार ऑर्डर मिल रहे हैं। इस समय हरीश का मासिक रेवेन्यू 2 से 3 करोड़ रुपए के बीच है।

लॉकडाउन के बाद काम में तेजी आई

हरीश के मुताबिक, इस साल की शुरुआत में कारोबार काफी बेहतर ढंग से चल रहा था, लेकिन मार्च में कोरोना संक्रमण को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया। इससे उनका कारोबार भी प्रभावित हुआ। लेकिन मई में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कारोबार धीरे-धीरे बढ़ रहा है। हरीश का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोग बाजार जाकर खरीदारी से बच रहे हैं। इस कारण लोग ऑनलाइन खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं। इसका फायदा उन्हें भी मिल रहा है। आज हरीश का कारोबार प्री-कोविड स्तर के भी पार चला गया है। हरीश के मुताबिक, त्योहारी सीजन में बिक्री ज्यादा होती है।

आप भी कर सकते हैं ऑनलाइन कारोबार

हरीश का कहना है कि कोई भी व्यक्ति ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन कारोबार कर सकता है। बस इसके लिए धैर्य और थोड़ी सी ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है। आप अपना ब्रांड रजिस्टर कराकर भी ऑनलाइन कारोबार कर सकते हैं। हरीश के मुताबिक, ऑफलाइन कारोबार में अपने ब्रांड को पहचान दिलाना काफी मुश्किल है। लेकिन बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़कर आपके ब्रांड को जल्दी पहचान मिल जाती है। साथ ही सफलता की संभावना ज्यादा रहती है। इसके बाद आपका ब्रांड ही आपकी पहचान होती है। बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म आपको ट्रेनिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं। खास बात यह है कि कम निवेश और छोटे सेटअप के जरिए भी ऑनलाइन कारोबार शुरू किया जा सकता है।

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हरीश धर्मदासानी का कहना है कि इस समय उनका कारोबार प्री-कोविड स्तर के भी पार चला गया है।


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