लगातार चार हफ्तों से बाजार में बढ़त जारी, प्रमुख इंडेक्स ने बनाए तेजी के नए रिकॉर्ड

तेजी के लिहाज से नवंबर का महीना बाजार के लिए अबतक सबसे बेहतर रहा। बाजार लगातार चार हफ्तों से बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स ने 44,825 और निफ्टी ने 13,145 के रिकॉर्ड स्तर को छुआ। दोनों इंडेक्स में रिकॉर्ड तेजी की बड़ी वजह रिकॉर्ड विदेशी निवेश और कोरोना वैक्सीन की खुशखबरी रही। बाजार की इस तेजी को बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों ने लीड किया। वहीं, BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप पहली बार 174 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा गया है।

बाजार ने बनाया नया रिकॉर्ड

चालू महीने में अबतक BSE सेंसेक्स 4,535 अंक (11.44%) और निफ्टी 1,326 अंक (11.38%) ऊपर बढ़े हैं। दूसरी ओर, 24 नवंबर को सेंसेक्स 44,523 पर और निफ्टी 13,055 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था। हालांकि, 25 नवंबर को कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स ने 44,825 और निफ्टी ने 13,145 को टच किया, जो इंडेक्स का सर्वोच्च स्तर है। बता दें कि, 30 अक्टूबर को सेंसेक्स 39,614 और निफ्टी 11,642 पर बंद हुआ था।

बैंकिंग शेयरों में रही तेजी

बाजार की बढ़त को बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों ने सपोर्ट किया। निफ्टी बैंक इंडेक्स शुक्रवार को 29,609 पर बंद हुआ, जो 30 अक्टूबर को 23,900 पर बंद हुआ था। यानी नवंबर माह में अबतक इंडेक्स 5,709 अंक (28.88%) ऊपर चढ़ा। BSE बैंक इंडेक्स में इंडसइंड बैंक का शेयर 46.49% ऊपर चढ़ा। वहीं, देश का सबसे बड़ा बैंक SBI का शेयर 29.10% ऊपर बंद हुआ। जबकि बजाज फानसर्व के शेयर ने नवंबर में अबतक 57% का रिटर्न दिया।

दिग्गज शेयरों ने किया निराश

इस माह बाजार के टॉप-10 दिग्गज शेयरों में बैंकिंग शेयरों को छोड़ अन्य ने शेयरों निराश किया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर नवंबर में अबतक 6% नीचे गिरा। जबकि, टीसीएस और इंफोसिस के शेयरों में हल्की बढ़त रही। दूसरी ओर, एचडीएफसी बैंक का शेयर 21%, कोटक बैंक का शेयर 22.88% और बजाज फाइनेंस का शेयर 48.26% ऊपर चढ़ा।

अन्य कौन से सेक्टर्स में रही तेजी?

BSE डेटा के मुताबिक बैंकिंग सहित कैपिटल गुड्स, ऑटो, मेटल, पावर और रियल्टी सेक्टर्स में तेजी देखने को मिली। इसकी बड़ी वजह केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया राहत पैकेज है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 12 नवंबर को आत्मनिर्भर भारत अभियान 3 के तहत कुल 2.65 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया। इससे पहले सरकार प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) के तहत अलग-अलग सेक्टर्स के लिए 1.45 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन राशि देने की बात कही थी। नवंबर माह में सरकार की ओर से राहत पैकेज के चलते सेक्टोरियल तेजी दर्ज की गई।

मार्केट कैप में रिकॉर्ड बढ़त

25 नवंबर को BSE में लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप भी पहली बार 175 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा था। इससे पहले 24 नवंबर को बाजार बंद होने के बाद टोटल मार्केट कैप 174.81 लाख करोड़ रुपए था। वहीं, 2 नवंबर को बाजार बंद होने के बाद कंपनियों का कुल मार्केट कैप 174.14 लाख करोड़ रुपए रहा, जो 30 अक्टूबर को 157.90 लाख करोड़ रुपए रहा था। यानी नवंबर माह में अबतक लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 16.24 लाख करोड़ रुपए बढ़ा है।

मार्च के निचले स्तर से कितना सुधरा मार्केट

2020 में मार्च का महीना बाजार और निवेशकों के लिए बेहद बुरा साबित हुआ था। क्योंकि, बाजार में देशव्यापी लॉकडाउन के ऐलान के कारण भारी बिकवाली दर्ज की गई थी। 23 मार्च को निफ्टी 7,610 और सेंसेक्स 25,981 स्तर पर बंद हुआ था। 27 नवंबर को सेंसेक्स 44,149 पर और निफ्टी 12,968 पर बंद हुआ। यानी मार्च के निचले स्तर से सेंसेक्स 69.92% और निफ्टी 70.40% ऊपर आ गया है। निफ्टी बैंक इंडेक्स 23 मार्च के निचले स्तर 16,917 से 75% ऊपर 29,609 पर बंद हुआ है।

बाजार में तेजी की वजह

1. भारी विदेशी निवेश - शेयर बाजार में तेजी की बड़ी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का भारी निवेश है। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, इक्विटी मार्केट में FII ने नवंबर में अब तक 65.31 हजार करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है। ऐतिहासिक रूप से जब से FII भारत में निवेश कर रहे हैं, यह किसी एक महीने में सबसे ज्यादा शुद्ध निवेश रहा। केवल 27 नवंबर के दिन निवेशकों ने बाजार में 7.71 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया।

2. कोरोना वैक्सीन की खबर से झूमा बाजार - कोरोना महामारी के लिए वैक्सीन की सबसे पहली खुशखबरी 8 नवंबर को आई। जब अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर ने वैक्सीन की सफल ट्रायल की बात कही। पहली बार कंपनी ने बताया कि उसकी वैक्सीन 90% असरदार है। बाद में कंपनी ने ऐलान किया कि उसकी वैक्सीन 94% असरदार है। वैक्सीन की खबर के बाद दुनियाभर के बाजारों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। अमेरिका, यूरोप सहित एशियाई बाजारों में शानदार तेजी रही है।

3. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव - महीने के शुरुआत में दुनियाभर के बाजारों में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का असर रहा। 3 नवंबर से चुनावी रुझानों में जो बाइडेन के बढ़त की खबर से वैश्विक बाजारों में शानदार तेजी रही। बाजारों में तेजी का सिलसिला हफ्ते भर चला। उसके बाद वैक्सीन की खबर ने बाजार की तेजी को सपोर्ट किया।

कुल मिलाकर शेयर बाजार के लिए नवंबर माह अबतक अच्छा रहा। लेकिन, क्या बाजार की तेजी आगे भी रहेगी? इसका जवाब हां है। क्योंकि, आगे भी बेहतर आर्थिक आंकड़ों से बाजार को सहारा मिलेगा। 27 नवंबर को दूसरी तिमाही के आंकड़े जारी हुए, जो -7.5% रहा। यह पहली तिमाही के 23.9% की तुलना में बेहतर है।

आगे भी तेजी का अनुमान

अब अगले हफ्ते नवंबर माह के ऑटो सेल, GST कलेक्शन सहित अन्य आंकड़े जारी किए जाएंगे। अनुमान के मुताबिक आने वाले आंकड़े पॉजिटिव रहेंगे। क्योंकि इसे फेस्टिव सीजन का सपोर्ट मिला है। रिलायंस सिक्युरिटीज के मुताबिक ऑटो सेल में मारुति सबसे बेहतर आंकड़े पेश करेगी।

मोतीलाल ओसवाल के इक्विटी स्ट्रैटजी हेड हेमांग जानी को बाजार में विदेशी निवेश के चलते आगे तेजी रहने की उम्मीद है। उनके मुताबिक बाजार पर फेस्टिव सीजन का प्रभाव अगले कुछ महीनों तक रहेगा। निफ्टी इंडेक्स ऊपर की ओर 13,200 से 13,400 के स्तर को टच कर सकता है।



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अब अगले हफ्ते नवंबर माह के ऑटो सेल, GST कलेक्शन सहित अन्य आंकड़े जारी किए जाएंगे। अनुमान के मुताबिक आने वाले आंकड़े पॉजिटिव रहेंगे। क्योंकि इसे फेस्टिव सीजन का सपोर्ट मिला है।


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