लॉकडाउन में ईपीएफ से 1.37 लाख जरुरतमंदों ने निकालें 280 करोड़ रुपए
नई दिल्ली। कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से देश के लाखों लोगों को रुपयों की तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से वो अपने ईपीएफ अकाउंट की ओर से देखना शुरू कर दिया है। एक लाख से ज्यादा लोगों ने अपने अकाउंट से रुपया निकाल भी लिया है। बीते दस दिनों की बात करें तो सवाल लाख से ज्यादा लोगों को ईपीएफओ ने 280 करोड़ रुपए जारी किए हैं। जिन अकाउंट्स का केवाईसी पूरा हो रखा है उनके क्लेम का प्रोसेस 72 घंटों में पूरा किया जा रहा है। आपको बता दें कि शुक्रवार को ईपीएफओ की ओर एक रिपोर्ट जारी की गई है। आइए आपको भी बताते है कि ईपीएफओ की ओर से किस तरह के आंकड़ें जारी किए गए हैं।
1.37 लाख अकाउंट होल्डर्स को जारी किए 279.65 करोड़ रुपए
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1.37 लाख प्रोविडेंट फंड विड्रॉल क्लेम के तहत 280 करोड़ रुपये प्रोसेस किया है। लॉकडाउन के इस दौर में ईपीएफ सब्सक्राइबर्स ने अपने पीएफ खातों से कुछ राशि निकालने के लिए यह क्लेम किया था। लेबर मिनिस्ट्री की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार ईपीएफओ ने 1.37 लाख क्लेम को प्रोसेस कर दिया है, जिसमें 279.65 करोड़ रुपये जारी किये जा चुके हैं।
सिर्फ 72 घंटे में
लेबर मिनिस्ट्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भुगतान प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, ईपीएफओ की ओर से दिए सभी क्लेम को बीते 10 दिनों में निपटाया है। मौजूदा समय में जिन अकाउंट्स का फुल केवाईसी हो रखा है उन क्लेम्स के आवेदनों को 72 घंटों के अंदर प्रोसेस किया जा रहा है। मंत्रालय की ओर से दी जानकारी के अनुसार अगर किसी मेंबर ने किसी अन्य कैटेगरी के तहत भी क्लेम किया है तो उनके पास भी केवाईसी शर्तों के आधार पर कोरोना वायरस के तहत क्लेम करने का विकल्प दिया गया।
सरकार ने किया था ऐलान
बता दें कि कोरोना वायरस के बाद हुए लॉकडाउन की वजह से होने वाली आर्थिक तंगी से निपटने के लिए 28 मार्च को केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के तहत ऐलान किया था कि ईपीएफ सब्सक्राइबर्स अपने ईपीएफ अकांउट से एक तय रकम निकाल सकते हैं। जिसके बाद ईपीएफ स्कीम में एमेंटमेंट भी किया गया था। संशोधन के अनुसार ईपीएफओ खाताधारक 3 महीने की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता या फिर 75 फीसदी तक रकम की निकासी निकाल सकते हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2Xs3H6Q
via IFTTT
Post a Comment
0 Comments