वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सूची में शामिल हुए दो भारतीय स्टार्टअप 'स्टेलऐप्स' और 'जेस्टमनी'

मंगलवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने 2020 के 100 टेक्नोलॉजी पायनियर्स की लिस्ट जारी की जिसमें दो भारतीय स्टार्टअप कंपनियां 'स्टेलऐप्स' और 'जेस्टमनी' भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रहीं। इससे पहले गूगल, एयरबीएनबी, किकस्टार्टर, मोजिला, स्पॉटिफाई, ट्विटर और विकीमीडिया जैसी कंपनियां भी इस प्रतिष्ठित सूची का हिस्सा रह चुकी हैं।

100 संस्थाओं की सूची तैयार करता हैवर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 100 संस्थाओं की सूची तैयार करता है जो अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ वैश्विक मुद्दों को संबोधित करते हैं। डब्ल्यूईएफ ने कहा कि चुने गए 100 फर्मों में से एक-चौथाई महिला-नेतृत्व वाली हैं। ये कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से लेकर कार्बन कैप्चर तक, ये कंपनियां जलवायु की रक्षा के लिए इनोवेशन का उपयोग कर रही हैं, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कर रही हैं और समाज को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने में मदद कर रही हैं। डब्ल्यूईएफ के बयान में कहा कि इस कम्युनिटी में शामिल होने से टेक्नोलॉजी पायनियर्स दो साल की यात्रा शुरू करते हैं, जहां वे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की पहल, एक्टिविटीज और इवेंट्स का हिस्सा बनते हैं और महत्वपूर्ण वैश्विक चर्चाओं पर अत्याधुनिक दृष्टिकोण और नई सोच लाते हैं।

जेस्टमनी

  • पांच साल पुराने स्टार्टअप जेस्टमनी की स्थापना लिजी चैपमन, प्रिया शर्मा और आशीष अनंथरमण ने की थी। यह स्टार्टअप कंज्यूमर को उधार प्रदान करता है। स्टार्टअप का लक्ष्य ऐसे यूजर्स को सक्षम बनाना है जिनके पास अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री न होने के कारण क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य फॉर्मल फाइनेंसिंग ऑप्शन तक उनकी पहुंच नहीं है।
  • चैपमन ने टेक्नोलॉजी पायनियर्स लिस्ट के बारे में कहा - “हमें लगता है कि यह पुष्टि करता है कि हमने अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके जो प्लेटफार्म तैयार किया है, वह दुनिया में सबसे अनूठा है और लाखों लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है। जेस्टमनी में, हम मानते हैं कि हर कोई एक बेहतर जीवन का हकदार है और सस्ती और सुलभ क्रेडिट प्रदान करके, हम उन्हें उस जीवन को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बना सकते हैं ।”
  • इसके साथ, चैपमन और जेस्टमनी दो साल के लिए डब्ल्यूईएफ की पहलों में योगदान देंगे और प्रमुख मुद्दों के साथ पॉलिसी मेकर्स और प्राइवेट सेक्टर्स के लीडर्स के साथ काम करेंगे। जेस्टमनी में गोल्डमैन सैक्स, रिबबिट कैपिटल, शाओमी, नैसपर्स फिनटेक और ओमिडयार नेटवर्क जैसे प्रमुख निवेशकों द्वारा निवेश किया गया है। दिसंबर 2019 तक जेस्टमनी के 3000 मर्चेंट और 60 लाख उपयोगकर्ता थे।

स्टेलऐप्स

  • डब्ल्यूईएफ लिस्ट में शामिल होने वाली दूसरी भारतीय कंपनी बेंगलुरु स्थित मिल्क टेक स्टार्टअप स्टेलऐप्स है। स्टेलऐप्स एक डेटा ड्रिवन, IoT बेस्ड, फार्म-टू-कंज्यूमर डेयरी सप्लाई चेन स्टार्टअप है।
  • स्टेलऐप्स, जिसे 2011 में स्थापित किया गया था, फार्म-टू-कंज्यूमर चेन को डिजिटाइज़ करता है और अपने एडवांस्ड एनालिटिक्स के माध्यम से डेयरी इकोसिस्टम पार्टनरशिप को सक्षम करने के लिए फुल-स्टैक IoT प्लेटफ़ॉर्म को एआई तकनीक की मदद से चलाता है। यह प्लेटफार्म छोटे डेयरी किसानों को डिजिटल भुगतान और परेशानी मुक्त लोन और बीमा की सुविधा भी देता है। कंपनी ने कहा कि "स्टेलऐप्स वर्तमान में प्रति दिन 34 लाख डॉलर के 90 लाख लीटर दूध का डिजिटलीकरण करता है, जो सीधे तौर पर 28,000 से अधिक भारतीय गांवों के 20 लाख डेयरी किसानों को प्रभावित करता है।"
  • स्टेलऐप्स के सीईओ रंजीथ मुकुंदन ने कहा- “हम अपने चयन को लाखों छोटे किसानों के जीवन में प्रभाव के प्रमाण के रूप में मानते हैं। यह हमारी टेक्नोलॉजी की यूनिकनेस और भारतीय डेयरी सेक्टर की प्रोडक्टिविटी, प्रॉफिट और दूध की गुणवत्ता और आधारशिला के साथ स्थिरता के साथ ऑर्बिट-शिफ्ट करने की इसकी क्षमता की भी पुष्टि है। मुकुंदन को आईटी सेक्टर में 24 साल का अनुभव है और इससे पहले विप्रो के टेलीकॉम वैल्यू एडेड सर्विस प्रैक्टिस के ग्लोबल हेड रह चुके हैं।


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