अलीबाबा ग्रुप भारत में निवेश नहीं करेगी; इंडियन स्टार्टअप्स में नए निवेश से खींचा हाथ, जोमैटो, बिगबास्केट और पेटीएम समेत कई कंपनियों को लग सकता है झटका

चीन की दिग्गज ई-काॅमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप ने भारत-चीन तनाव के चलते फिलहाल कुछ समय के लिए भारत में निवेश को रोक दिया है। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, भारत में चीनी निवेश पर हाई सेक्युरिटी जांच के चलते अलीबाबा ग्रुप द्वारा अगले छह माह तक भारतीय कंपनियों में निवेश को लेकर नए सौदे करने की संभावना नहीं है। यानी कंपनी भारत में किसी भी तरह का नया निवेश नहीं करेगी। हालांकि, इस बारे में अलीबाबा की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।

कई भारतीय स्टार्टअप्स को लगेगा झटका

जैक मा की कंपनी अलीबाबा ग्रुप के इस फैसले से कई भारतीय स्टार्टअप को झटका लग सकता है। साथ ही भारत की उन कंपनियों को धक्का लग सकता है जिनमें अलीबाबा निवेश करने जा रही थी। जिसमें पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम, रेस्तरां एग्रीगेटर और फूड डिलीवरी सर्विस जोमैटो और ई-ग्रॉसर बिग बास्केट शामिल हैं। हालांकि, इसके स्टेक को कम करने या निवेश से बाहर निकलने की कोई योजना नहीं है।

जनवरी में जोमैटो में 15 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया था

बता दें कि इस साल के शुरुआती माह में ही अलीबाबा की सहायक कंपनी एंट फाइनेंशियल ने जोमैटो में 15 करोड़ डॉलर (करीब 1,050 करोड़ रुपए) का और निवेश किया था। जिसके बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी और रेस्तरां एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म जोमैटो का वैल्यूएशन तीन अरब डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपए) आंका गया है। कंपनी 50 करोड़ डॉलर के नए फंडिंग चरण से गुजर रही थी।

जानिए, किस भारतीय स्टार्टअप्स में कितना ज्यादा निवेश

बुधवार को जारी नई हुरुन इंडिया टॉप यूनिकॉर्न इन्वेस्टर्स-2020 की रिपोर्ट के अनुसार, वेंचर कैपिटल से जुड़ी कंपनी Sequoia कैपिटल इंडिया ने सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न यानी एक अरब डॉलर से अधिक के बाजार मूल्यांकन वाली भारतीय कंपनियों में निवेश किया है। Sequoia ने बायजू और Unacademy सहित सर्वाधिक आठ भारतीय यूनिकॉर्न में निवेश किया है।

जापान, ब्रिटेन और चीनी कंपनियों का निवेश

हुरुन कि रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान की सॉफ्टबैंक और ब्रिटेन की Steadview Capital ने एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली सात-सात कंपनियों में निवेश किया हुआ है। वहीं, चीनी कंपनियों के निवेश की बात की जाए तो Tencent Holdings भारत की टाॅप यूनिकॉर्न कंपनियों में प्रमुख रूप से निवेश करने वाली एकमात्र चीनी कंपनी है। भारत की तीन यूनिकॉर्न कंपनियों में निवेश के साथ Tencent हुरुन की इस लिस्ट में संयुक्त रूप से 11वें स्थान पर है। Tencent ने बायजू, स्विगी और गेमिंग कंपनी ड्रीम-11 में निवेश किया है। ड्रीम-11 को हाल में आईपीएल क्रिकेट लीग की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल हुई है।

पेटीएम, पेटीएम Mall, जोमैटो और बिग बाॅस्केट में निवेश करने वाली अलीबाबा ने अपने सिंगापुर ऑफिस के जरिए इंवेस्टमेंट किया है इसलिए इस इंवेस्टमेंट को हुरुन ने चीनी निवेशक द्वारा किया गया निवेश नहीं बताया है।

भारत में अब तक दो अरब डॉलर कर चुकी है निवेश

मार्केट फाइनेंसिंग का आंकड़ा रखने वाली कंपनी पिचबुक के अनुसार, चीनी समूह और उसके सहयोगी अलीबाबा कैपिटल पार्टनर्स और एंट ग्रुप ने 2015 से अब तक भारतीय कंपनियों में करीब 2 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। साथ ही कंपनी ने भारत में अब 1.8 अरब डॉलर की फंडिंग में भागीदारी की है।

जैक मा का एंट ग्रुप लाने जा रहा है दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ

भारत के पेटीएम में बड़ा निवेशक चीन के अलीबाबा का समूह से जुड़ा बिजनेस समूह एंट सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। चीन के दिग्गज ई-कॉमर्स ग्रुप की फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी एंट ने हॉन्गकॉन्ग और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के लिए आवेदन किया है। अगर लिस्टिंग होती है तो यह कोविड-19 के बाद सबसे बड़ा आईपीओ होगा। एंट इसके जरिये 30 अरब डॉलर जुटा सकता है। हॉन्गकॉन्ग एक्सचेंज और शंघाई स्टाक मार्केट में एक साथ लिस्ट होने वाला यह पहला आईपीओ होगा।



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जैक मा की कंपनी अलीबाबा ग्रुप के इस फैसले से कई भारतीय स्टार्टअप को झटका लग सकता है।


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